एलआईसी जीवन अक्षय VI योजना एक सिंगल प्रीमियम तत्काल वार्षिकी योजना है।
यह काम कैसे करता है?
एक सिंगल प्रीमियम का भुगतान कर आप एन्युटी (वार्षिकी) खरीदते हैं और उसके बाद एलआईसी आपको नियमित रूप से एक निश्चित राशि का भुगतान आपके पूरी ज़िन्दगी भर करती है। यह राशि आप अपने इच्छानुसार मासिक, त्रैमासिक, छमाही या सालाना तौर पर प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना में एन्युटी(वार्षिकी) की राशि और उसका प्रकार चुनने के लिए आपके पास सात विकल्प हैं।
हमारी सलाह:
अगर आपने पहले से ही कोई पेंशन योजना एलआईसी से ले रखी है तो फिर आपको एन्युटी(वार्षिकी) एलआईसी से ही लेनी होगी।
मौजूदा नियमों के अनुसार, आप जमा राशि का अधिकतम ⅓ भाग रकम वापस ले सकते हैं और बची हुई रकम से उसी बीमा कंपनी से एन्युटी(वार्षिकी) ले सकते हैं। यहाँ पर आप ७ विकल्पों में से जो आपके लिए बेहतर है वो तय कर सकते हैं। हमने सभी ७ विकल्पों के विवरण और उनसे लाभ नीचे विस्तार से समझाया है।
निश्चित तौर पर आप अपने पास की बचत राशि का लम्पसम अमाउंट निवेश कर एन्युटी(वार्षिकी) खरीद सकते हैं। इसके बाद आप जब तक जीवित हैं, तब तक एक तय राशि आपको नियमित रूप से मिलती रहेगी।
यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छी योजना हैं जिन्हें एक तय राशि उनके बची हुई लाइफ के लिए चाहिए और जो ज्यादा बेहतर रिटर्न के लिए रिस्की ऑप्शन्स न देखते हों।
उदहारण के लिए: एक समय हो सकता है जब आपको फिक्स्ड डिपोजिट पर एन्युटी से बेहतर रिटर्न मिले पर फिर अगले ही साल में FD रेट्स कम भी हो सकते हैं।
जीवन अक्षय VI योजना के एन्युटी(वार्षिकी) विकल्प:
इस योजना में 7 एन्युटी(वार्षिकी) विकल्प हैं।
हम प्रत्येक विकल्प आपको उदाहरण के साथ समझाएँगे ।
एक बार भुगतान (खरीद मूल्य) = रु 5,00,000 (5 लाख)
60 वर्ष की आयु में वार्षिक मोड में पेंशन शुरू।
विकल्प 1: जीवन के लिए एन्युटी(वार्षिकी):
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जायगा। पालिसी धारक के मृत्यु होने पर एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान बंद हो जायेगा। उदहारण:पालिसी धारक को उसके/उसकी जीवित रहने तक 48,750 का वार्षिक पेंशन प्राप्त होगा।
विकल्प 2 : कुछ समय की गारंटी के लिए एन्युटी(वार्षिकी):
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक (वो जीवित है या नहीं) को निश्चित रूप से उसके द्वारा चुने गए अवधि के अनुसार 5,10,15,20 साल के लिए एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। इस अवधि के बाद जब तक पालिसी धारक जीवित है, उसे पेंशन का भुगतान किया जायेगा।
इस आप्शन के चार और विकल्प इस प्रकार हैं,
5 साल एन्युटी(वार्षिकी) की गारंटी : उदहारण: पालिसी धारक या उसके जीवित न रहने पर नॉमिनी को 5 साल तक Rs. 48,300 का भुगतान किया जाएगा। अगर 5 साल के बाद भी पालिसी धारक जीवित रहता है तो उसे Rs. 48,300 का भुगतान उसके जीवित रहने तक किया जाएगा।
10 साल एन्युटी(वार्षिकी) की गारंटी : उदहारण: पालिसी धारक या उसके जीवित न रहने पर नॉमिनी को 10 साल तक Rs. 47,300 का भुगतान किया जाएगा। अगर 10 साल के बाद भी पालिसी धारक जीवित रहता है तो उसे Rs. 47,300 का भुगतान उसके जीवित रहने तक किया जाएगा।
15 साल एन्युटी(वार्षिकी) की गारंटी : उदहारण: पालिसीधारक या उसके जीवित न रहने पर नॉमिनी को 15 साल तक Rs. 45,950 का भुगतान किया जाएगा। अगर 15 साल के बाद भी पालिसी धारक जीवित रहता है तो उसे Rs. 45,950 का भुगतान उसके जीवित रहने तक किया जाएगा।
20 साल एन्युटी(वार्षिकी) की गारंटी : उदहारण: पालिसी धारक या उसके जीवित न रहने पर नॉमिनी को 20 साल तक Rs. 44,400 का भुगतान किया जाएगा। अगर 20 साल के बाद भी पालिसी धारक जीवित रहता है तो उसे Rs. 44,400 का भुगतान उसके जीवित रहने तक किया जाएगा।
विकल्प 3 : क्रय कीमत को लौटाए जाने के साथ आजीवन एन्युटी(वार्षिकी): इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक उसे एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। पालिसी धारक की मृत्यु के बाद वार्षिकी का भुगतान बंद हो जाएगा। क्रय कीमत नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में दिया जायगा। उदहारण: पालिसी धारक को आजीवन Rs. 37,550 की वार्षिक पेंशन देय होगी। पालिसी धारक को उसकी मृत्यु के बाद नॉमिनी को क्रय कीमत Rs, 5,00000 दी जाएगी और पालिसी बंद हो जाएगी।
विकल्प 4 : 3% की दर से बढती एन्युटी(वार्षिकी):
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक उसे एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष में एन्युटी(वार्षिकी) को 3% की साधारण दर से बढाया जाएगा। उदहारण: पालिसी धारक को पहले वर्ष में Rs.39,650 का वार्षिक भुगतान किया जाएगा। यह भुगतान अगले वर्ष 3% की दर से बढ़ जायगा Rs. 1,190 (3% ऑफ़ Rs. 39,650) और हर वर्ष बढ़कर आजीवन मिलता रहेगा।
विकल्प 5 : आजीवन वार्षिकी के साथ पालिसी धारक की मृत्यु पर जीवनसाथी को 50% एन्युटी(वार्षिकी):
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक उसे एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को 50% पेंशन का भुगतान किया जाएगा। ये भुगतान जीवनसाथी के मृत्यु के बाद बंद हो जाएगा। उदहारण: पालिसी धारक को आजीवन Rs. 45,200 का वार्षिक पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को आजीवन Rs. 22,600(50% ऑफ़ Rs. 45,200) का भुगतान किया जाएगा।
विकल्प 6 : आजीवन वार्षिकी के साथ पालिसी धारक की मृत्यु पर जीवनसाथी को 100% एन्युटी(वार्षिकी):
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक उसे एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को 100% पेंशन का भुगतान किया जाएगा। ये भुगतान जीवनसाथी के मृत्यु के बाद बंद हो जाएगा। उदहारण: पालिसी धारक को आजीवन Rs. 42,150 के वार्षिक पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को आजीवन Rs. 42,150(100% ऑफ़ Rs. 45,200) का भुगतान किया जाएगा।
विकल्प 7 : आजीवन वार्षिकी के साथ पालिसी धारक की मृत्यु पर जीवनसाथी को 100% एन्युटी(वार्षिकी) और जीवनसाथी की मृत्यु पर क्रय रकम नॉमिनी को दिया जाएगा:
इस विकल्प के अंतर्गत पालिसी धारक के जीवित रहने तक उसे एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान किया जाएगा। पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को 100% पेंशन का भुगतान किया जाएगा। ये भुगतान जीवनसाथी की मृत्यु के बाद बंद हो जाएगा और नॉमिनी को क्रय रकम ला भुगतान किया जाएगा। उदहारण: पालिसी धारक को आजीवन Rs. 37,050 के वार्षिक पेंशन का भुगतान किया जाएगा।
पालिसी धारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को आजीवन Rs. 37,050(100% ऑफ़ Rs. 45,200) का भुगतान किया जाएगा। जीवनसाथी की मृत्यु के बाद नॉमिनी को क्रय रकम Rs.5,00000 का भुगतान किया जाएगा।
ऊपर दिए गए विकल्पों में से किसी को चुनने के बाद उसे बदला नहीं जा सकेगा. इसलिए किसी भी विकल्प का चुनाव सावधानीपूर्वक करें।
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पेंशन दरों पर हमारे विचार: यदि आप बुजुर्ग हैं तो तो जाहिर तौर पर आपको ज्यादा रकम का भुगतान मिलेगा क्योंकि कंपनी को कम समय तक आपको भुगतान करना होगा।
तीसरे विकल्प को FD की तरह माना जा सकता है क्योंकि निवेश की गई राशि(क्रय रकम) नॉमिनी को लौटा दी जाती है। आपके उम्र के हिसाब से आपको 6.9% - 7.5% रेट ऑफ़ रिटर्न (वापसी दर) दिया जाता है। अब यह वापसी दर FD पे मिलनेवाले दर से कम है। लेकिन FD पर मिलनेवाला दर आमतौर पर पांच साल से कम के लिए होता है। इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आपको हमेशा FD पर अच्छे रेट ऑफ़ रिटर्न ही मिलें। इसपर मिलनेवाले रिटर्न रेट एक अवधि के बाद कम भी हो सकते हैं। लेकिन जब आप एन्युटी खरीदते हैं तो इन बातों का ख़ास ख्याल रखा जाता है और आपको वो रिटर्न रेट मिलता है जो कंपनी अपने भविष्य के सुनहरे सालों के लिए उम्मीद कर रही है।
एलआईसी जीवन अक्षय VI योजना की मुख्य विशेषताएं:
प्रीमियम का भुगतान लम्प सम(एक ही बार दिया गया प्रीमियम) तरीके से किया जाता है।
अगर आप इसे ऑनलाइन खरीदते हैं तो आपको न्यूनतम Rs.1,50,000 का भुगतान करना होगा। इसके अलावा अगर आप किसी और माध्यम से खरीदते हैं तो आपको Rs. 1,00000 का भुगतान करना होगा।
अपने शुरूआती चयन के आधार पर आप तय कर सकते हैं कि एन्युटी(वार्षिकी) का भुगतान
आपको कैसे चाहिए(मासिक, त्रैमासिक, छमाही, वार्षिक)
पालिसी धारक अपने लिए या अपने और जीवनसाथी के लिए(संयुक्त रूप से) विभिन्न एन्युटी भुगतान विकल्पों में से कोई भी चुन सकता है।
ऑनलाइन 2,50,000 या उससे अधिक प्रीमियम भरनेवालों के एन्युटी(वार्षिकी) की गणना उच्च दरों पर की जाएगी।.
इस योजना के अंतर्गत किसी तरह की कोई मेडिकल परिक्षण की जरूरत नहीं है।
इस योजना के अंतर्गत एन्युटी की खरीदी मुल्य के लिए कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
एलआईसी जीवन अक्षय VI योजना में सहभागी होने की शर्तें और प्रतिबन्ध:
कम से कम
अधिक से अधिक
एन्युटी(वार्षिकी) क्रय राशि(रु.)
1,50,000(ऑनलाइन सेल्स से)
1,00,000(अन्य माध्यम से)
कोई सीमा नहीं
प्रवेश आयु(वर्ष में)
30
85
एन्युटी(वार्षिकी) भुगतान मोड
मासिक, त्रैमासिक, छमाही, वार्षिक
आपको पेंशन मिलना कब शुरू होगा:
आपके शुरूआती भुगतान मोड चयन के आधार पर आप भुगतान प्राप्त करेंगे.
मासिक मोड
एन्युटी(वार्षिकी) खरीदने के 1 महिने बाद से
त्रैमासिक मोड
एन्युटी(वार्षिकी) खरीदने के 3 महिने बाद से
छमाही मोड
एन्युटी(वार्षिकी) खरीदने के 6 महिने बाद से
वार्षिक मोड
एन्युटी(वार्षिकी) खरीदने के 12 महिने बाद से
उदहारण के साथ विस्तार से जानने के लिए:
पेंशन प्राप्त करने के लिए अगर आप सात विकल्पों में किसी भी विकल्प का चुनाव मासिक मोड पर करते हैं तो अगले ही महिने से आपको पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
अगर आपने त्रैमासिक मोड का चुनाव किया है तो तो आपको 3 महिने बाद से पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी। अगर आपने छमाही मोड का चुनाव किया है तो तो आपको 6 महिने बाद से पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी और अगर आपने वार्षिक मोड का चुनाव किया है तो तो आपको 1 साल बाद से पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी। ये आपके उम्र पर नहीं निर्भर करता कि आपने कितने साल में जीवन अक्षय योजना खरीदी है।
एलआईसी जीवन अक्षय VI में कर लाभ:
आपके द्वारा भुगतान किए हुए प्रीमियम पर आयकर की धारा 80 सी के तहत छूट दी गई है। हालाँकि आपके द्वारा नियमित रूप से प्राप्त किए गए पेंशन पर आपको आयकर देना होगा।
क्या होता है जब…
आप प्रीमियम का भुगतान रोक देते हैं - यह योजना एक सिंगल प्रीमियम योजना है और इसलिए आगे के प्रीमियम रोकने का कोई सवाल ही नहीं होता। आप पालिसी सरेंडर करना चाहते हैं - इस योजना के लिए कोई सरेंडर राशि नहीं है और यह पेड अप नहीं किया जा सकता। आप इस योजना के तहत लोन चाहते हैं - लोन की सुविधा इस योजना के अंतर्गत उपलब्ध नहीं है।